Suraj Dharti Se Kitna Dur Hai | सूरज धरती से कितना दूर है?

क्या आप भी अक्सर यह सोचते हैं कि Suraj Dharti Se Kitna Dur Hai? हालांकि यह एक दिलचस्प सवाल है जो अक्सर लोगों के मन में आता है। सूर्य और पृथ्वी हमारे सौरमंडल के दो अभिन्न अंग है। इसलिए हमें अपने ग्रहों से संबंधित जानकारियां होने चाहिए।

अगर आप भी जाना चाहते हैं कि Suraj Dharti Se Kitna Dur Hai? तो इस लेख में हम इस दूरी का पता लगाएंगे। साथ ही हम यह भी जानेंगे कि सूरज धरती से कितना बड़ा है? तो आइए लेख को शुरू करते हैं।

सूरज और पृथ्वी के बारे में कुछ जानकारी

सूरज धरती से कितना दूर है जानने से पहले आइए हम इन दोनों ही ग्रहों के बारे में कुछ परिचय प्राप्त कर लेते हैं। सूरज और पृथ्वी हमारे सौरमंडल के दो अभिन्न अंग है। सूर्य गर्म चमकती गैस का एक विशाल गोला है जो कि हमें रोशनी प्रदान करता है और हमारे ग्रह को प्रकाश गर्मी और ऊर्जा प्रदान करता है।

दूसरी और पृथ्वी एक चट्टानी ग्रह है जो सूर्य की परिक्रमा करता है, जिससे जीवन के अस्तित्व के लिए एक आवश्यक नाजुक संतुलन बना रहता है।

सूरज धरती से कितना दूर है? | Suraj Dharti Se Kitna Dur Hai?

सूरज धरती से कितना दूर है यह एक वैश्विक प्रश्न है। क्योंकि एक न एक बार दुनिया में लोगों के मन के अंदर यह प्रश्न जरूर उठता है कि धरती सूरज से कितनी दूर है।

सूरज धरती से लगभग 151.40 मिलियन किलोमीटर दूर है। हम यह भी कह सकते हैं कि सूर्य से पृथ्वी की दूरी लगभग 93 मिलियन मील है या एक एयू है। यहां पर AU का अर्थ एस्टॉनोमिकल यूनिट (Astronomical Unit) है।

AU को हम खगोलीय इकाई कहते हैं। जो हमारे ग्रह और उसके दूरी के बीच को संदर्भित करता है। हमारे सौरमंडल की विशालता और पृथ्वी पर आकाशीय शक्तियों के प्रभाव को समझने के लिए Researcher, Astronomers और Astrophysicist के लिए एक महत्वपूर्ण मैट्रिक के रूप में कार्य करती है।

सूरज धरती से कितना बड़ा है?

सूर्य से पृथ्वी की दूरी जानने के बाद अरे हम यह समझते हैं फिर सूरज कितना बड़ा है? सूरज पृथ्वी से लगभग 109 गुना बड़ा है। यानी कि पृथ्वी जैसे 109 ग्रह सूरज में आसानी से सकते हैं। सूरज का आकार पृथ्वी से इतना बड़ा होने के कारण है सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक पहुंच पाती है।

सूर्य और पृथ्वी की दूरी कैसे मापी जाती है?

आइए अब हम यह भी समझते हैं कि वैज्ञानिक किस प्रकार से सूर्य और धरती की दूरी को मापते हैं। इस दूरी को निर्धारित करने के लिए पिछले कुछ वर्षों में कई विधियां विकसित की गई है जो कि इस प्रकार हैं

1.      रडार रेंजिंग

रडार करने पृथ्वी से अन्य खगोलीय पिंडों जैसे ग्रहों या शुद्ध ग्रहों पर भेजी जाती है और फिर वापस पृथ्वी पर लौट आती है। रडार सिग्नल के लौटने में लगने वाले समय को सटीक रूप से माप कर वैज्ञानिक पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी की गणना कर सकते हैं। या फिर यह भी जान सकते हैं कि किसी अन्य ग्रह और पृथ्वी की दूरी कितनी है।

2.      पैरालॉग्स विधि

पैरालॉग्सविधि को हम लंबन विधि भी कहते हैं। इस विधि में किसी तारे जैसे खगोलीय वस्तु की स्थिति में स्पष्ट बदलाव का उपयोग किया जाता है, जब इसे पृथ्वी की कक्षा में विभिन्न बिंदुओं से देखा जाता है। Angle बदलाव को माफ कर वैज्ञानिक तारे से दूरी को त्रिकोणीय कर सकते हैं और बाद में सूर्य और पृथ्वी की दूरी निर्धारित कर सकते हैं।

3.      शुक्र का पारगमन

ऐतिहासिक रूप से सूर्य के सामने शुक्र के पारगमन का उपयोग सूर्य और पृथ्वी की दूरी की गणना के लिए किया जाता रहा है।

पृथ्वी पर विभिन्न स्थानों से शुक्र को सूर्य को पार करने में लगने वाले समय को देखकर वैज्ञानिक सूर्य और हमारे ग्रह के बीच की दूरी का अनुमान लगाने के लिए ज्यामिति सिद्धांतों को लागू करते हैं।

सूर्य और पृथ्वी की दूरी के बारे में रोचक तथ्य

आइए अब हम सूर्य और धरती के बीच की दूरी के बारे में कुछ ऐसे तथ्य जानते हैं जो आपको काफी रोचक लगेंगे।

  • सूर्य पृथ्वी से इतना दूर होने के कारण सूर्य की रोशनी धरती पर 8 मिनट बाद पहुंचती है। तो अगर कभी अचानक से सूरज गायब हो जाता है तो हमें 8 मिनट बाद इसके बारे में पता चलेगा।
  • सूर्य और पृथ्वी के बीच की औसत दूरी लगभग 93 मिलियन मील होती है। हालांकि यह मान पृथ्वी की कक्षा के अंडाकार आकार के कारण भिन्न भी होता रहता है। जिसके परिणाम स्वरूप वर्ष में कई बार पृथ्वी सूरज के निकट भी होती है और सबसे दूर भी होती है।
  • जब पृथ्वी सूरज के सबसे निकट होती है तो इसे पेरीहेलियन कहा जाता है। और इसकी शुरुआत जनवरी में होती है। और इस समय पृथ्वी सूर्य से लगभग 147 मिलियन किलोमीटर दूर होता है।
  • जब पृथ्वी सूरज से सबसे दूर होती है तो इसे ऐपेहिलियन कहा जाता है और यह जुलाई महीने से शुरू होता है। और ऐसे समय में पृथ्वी सूर्य से लगभग 152 मिलियन किलोमीटर दूर होता है।
  • एस्ट्रोनॉमिकली यूनिट यानी पृथ्वी और सूर्य की दूरी के बारे में अवधारणा सबसे पहले तीसरी शताब्दी में शाम उसके यूनानी एस्ट्रोनॉमी अरस्टार्चस द्वारा पेश की गई थी। हालांकि सूर्य और पृथ्वी की दूरी के बारे में उनका अनुमान सटीक नहीं था। लेकिन इस कारण से भविष्य में वैज्ञानिक दोनों ग्रहों के बीच की सटीक दूरी निकाल पाने में सक्षम हो सके।
  • अगर हम बात करें इन दोनों ग्रहों के बीच की दूरी की तो सूर्य से पृथ्वी की दूरी हनुमान चालीसा में पहले ही बता दी गई थी।

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Suraj Dharti Se Kitna Dur Hai से संबन्धित FAQ’s

सूर्य का असली नाम क्या है?

सूर्य का असली नाम सूर्य ही है। लेकिन वेदों में सूर्य का असली नाम आदित्य बताया जाता है। जोकि उनके माता के नाम आदिति के नाम पर रखा गया था।

सूरज हमारी पृथ्वी से कितनी दूर है?

सूरज हमारी पृथ्वी से 14.96 करोड किलोमीटर की दूरी पर है।

सूरज कितने मिनट में उगता है?

सूरज जब पृथ्वी पर दिखाई देता है तो उसके 8 मिनट पहले ही वह उग चुका होता है। क्योंकि सूरज पृथ्वी से कितना दूर है, इसलिए सूर्य की रोशनी धरती तक पहुंचने में 8 मिनट के समय लगता है।

सूरज चांद से कितना बड़ा है?

सूरज चांद से आकार में 400 गुना बड़ा है।

निष्कर्ष – Suraj Dharti Se Kitna Dur Hai

आज के फ्लैट में हमने जाना कि Suraj Dharti Se Kitna Dur Hai? साथ ही हमने सूरज और धरती की दूरी के संबंध में कुछ रोचक तथ्य भी जाने।

उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको सूरज और धरती से दूरी के बारे में सभी जानकारियां मिल पाई होंगी। यदि आप इस विषय पर कुछ अन्य जानकारियां प्राप्त करना चाहते हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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