यदि आप हिंदी व्याकरण के बारे में सीख रहे हैं और आप खोज रहे हैं की Lipi kise kahte hain तो आप बिल्कुल सही स्थान पर आए हैं, क्योंकि आज हम इस लेख के माध्यम से आप सरल व आसान शब्दों में जानेंगे कि लिपि किसे कहते हैं.
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको लिपि के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त हो जाएगी। यहां पर हम आपको लिपि के उदाहरण भी बताएंगे। तो चलिए लेख शुरू करते है और जानते हैं की Lipi kise kahte hain.
Lipi kise kahte hain | लिपि किसे कहते हैं?
भाषा को लिखने के लिए जिन चिन्हों का प्रयोग किया जाता है, उन्ह चिन्हों को लिपि कहा जाता है अर्थात किसी भाषा को लिखने की लिखावट या ढंग को लिपि कहते है।
किसी भी भाषा को बोलने के लिए हमारे मुह से ध्वनि निकलती है। इन ध्वनियों को लिखने के लिए प्रयोग किये जाने वाले चिन्ह को उस भाषा की लिपि कहा जाता है। जैसे english भाषा को लिखने के लिए रोमन लिपि का प्रयोग किया जाता है। हिंदी भाषा देवनागरी लिपि मे लिखी जाती है।
लिपि के प्रकार
लिपि के मुख्य रूप से तीन प्रकार होते है:-
- चित्र लिपि
- अल्फाबेटिक लिपि
- अल्फासिलेबिक लिपि
चित्र लिपि
चित्र लिपि, लिपि का वह प्रकार है जिसमें लोग अपने भावों और विचारों को चित्रों के माध्यम से दर्शाते हैं। जापान, चीन, कोरिया जैसे देशों में चित्र लिपि का अधिकतम उपयोग किया जाता है। इसके उदाहरण निम्न है:-
- चीन की चित्र लिपि चीनी लिपि है।
- प्राचीन मिस्र की चित्र लिपि प्राचीन मिस्त्री लिपि है।
- जापान की चित्र लिपि कांजी लिपि है।
अल्फाबेटिक लिपि
अल्फाबेटिक लिपि, लिपि का वह प्रकार है जिसमें स्वर को पूर्ण रूप मे व्यंजन के पश्चात् अर्थात बाद मे लिखा जाता है। जैसे आप जानते हैं कि अंग्रेजी भाषा की लिपि मे स्वर की मात्रा के लिए कोई अलग से चिह्न प्रयोग नहीं किए जाते बल्कि इसमें व्यंजन के बाद मे स्वर को पूर्ण रूप में ही लिखा जाता है।
अल्फाबेटिक लिपि के कुछ उदाहरण निम्न प्रकार से है:-
- अंग्रेजी, फ्रेंच, पश्चिम यूरोप की सारी भाषाएं और जर्मन में रोमन लिपि का प्रयोग किया जाता है।
- इब्रानी में इब्रानी लिपि का प्रयोग किया जाता है।
- रूस और सोवियत संघ की सारी भाषाओं में सिरिलिक लिपि का उपयोग किया जाता है।
- फारसी, कश्मीरी, उर्दू और अरबी भाषा में अरबी लिपि का उपयोग किया जाता है।
- यूनानी भाषा और गणित के चिन्हों में यूनानी लिपि का प्रयोग किया जाता है।
अल्फा सिलेबिक लिपि
अल्फा सिलेबिक लिपि में यदि हर एक इकाई में एक या एक से अधिक व्यंजन हो तो उस पर स्वर की मात्रा का चिन्ह लगाया जाता है और यदि इकाई में व्यंजन मौजूद नहीं होता है तो स्वर का चिन्ह पूरा लगाया जाता है।
भारत में प्रयोग की जाने वाली ज्यादातर भाषाएं अल्फा सिलेबिक लिपि में ही लिखी जाती है। इनके उदाहरण निम्न है :-
- मलयालम, कोलम्बो, तमिल और कन्नड़ भाषा के लिए द्रविड़ लिपि का प्रयोग किया जाता है।
- तिब्बत्ती, पंजाबी, कश्मीरी भाषा मे शारदा लिपि का प्रयोग किया जाता है।
- नेपाली, संस्कृत, मराठी भाषा में देवनागरी लिपि का प्रयोग किया जाता है।
- गुजराती भाषा में गुजराती लिपि का प्रयोग किया जाता है।
लिपि का महत्व
हर एक इंसान को अपनी बात को किसी दूसरे व्यक्ति के सामने रखने के लिए अर्थात अपने विचारों या भावनाओं को प्रकट करने के लिए भाषा का उपयोग करना पड़ता है। इस भाषा को बोलते समय हम अपने मुख से कुछ ध्वनियाँ निकालते हैं जिन्हें सुनकर सामने वाला व्यक्ति आपकी बात को समझता है।
यह ध्वनियां लंबे समय तक नहीं रहती बल्कि कुछ ही क्षणों के बाद गायब हो जाती हैं। इसका तालमेल सिर्फ इतना ही होता है कि आपने बोला और सामने वाले ने सुना।
अब मान लीजिए कि आपने अपनी बात को किसी ऐसे व्यक्ति से कहना है जो आपसे बहुत दूर बैठा हैं जहाँ आप उससे बात नही कर सकते। इसके लिए आप अपने विचारों को लिखकर उस तक पहुंचाते हैं।
वह पत्र के माध्यम से भी हो सकता है या फिर मैसेज के माध्यम से भी हो सकता है। इन विचारों को लिखने के लिए कुछ चिन्हों का प्रयोग किया जाता है और वही लिपि है।
आज के समय में तो फिर भी मोबाइल की सुविधा है परंतु पहले के समय में लोग अपने विचारों को लिखित रूप में ही किसी दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाते थे। इसी के साथ ग्रंथ लेखन में भी लिपि का उपयोग होने लगा था और इसी प्रकार से लिपि का इतिहास चलता रहा है।
लिपि ही वह साधन है जिसके माध्यम से हम अपने विचारों को लोगों तक पहुंचाते हैं इसीलिए लिपि का हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है।
ब्रेल लिपि क्या है?
ब्रेल लिपि खास उन लोगों के लिए बनाई गई है जो देख नहीं सकते अर्थात जो नेत्रहीन है। इस लिपि में ध्वनियों को समझने के लिए उभरे हुए डॉट का उपयोग किया जाता है। इन dots को एक पैटर्न में उभारा जाता है जिस पर पढ़ने वाला व्यक्ति अपना हाथ फेर कर शब्दों और अक्षरों को पढ़ पाता है।
ब्रेल लिपि के जन्मदाता लुइस ब्रेल है। 8 साल की उम्र में एक दुर्घटना में उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी जिसके बाद उन्होंने पढाई के लिए ब्रेल लिपि का आविष्कार किया था।
इस लिपि को खासकर नेत्रहीन लोगों को पढ़ने के लिए बनाया गया है। यह लिपि मुख्य रूप से 6 उभरे हुए डॉट पर आधारित होती है। इसमें 64 अक्षर होता है। आधुनिक ब्रेल लिपि में 8 dots विकसित किये गए हैं जिस से नेत्रहीन लोग अब ज्यादा चिन्हों शब्दों को पढ़ सकते हैं। इस लिपि के अंतर्गत 256 अक्षर और चिन्ह आते हैं।
निष्कर्ष – Lipi Kise Kahte Hain
दोस्तों, आपने आज इस लेख के माध्यम से जाना है कि Lipi Kise Kahte Hain. हमें उम्मीद है कि आप लिपि के बारे में भी जान गए होंगे। यदि इस प्रकार के सामान्य ज्ञान से संबंधित कोई भी जानकारी आप चाहते हैं अथवा किसी भी प्रकार के अन्य विषय पर जानकारी चाहते हैं तो हमें नीचे comment box में comment करके जरूर बताएं।
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Lipi kise kahte hain से संबन्धित FAQ
Q. 1 हिंदी भाषा को लिखने के लिए किस लिपि का प्रयोग किया जाता है?
Ans. हिंदी भाषा को लिखने के लिए देवनागरी लिपि का उपयोग किया जाता है।
Q. 2 ब्रेल लिपि किसे कहते हैं?
Ans. यह लिपि उन लोगों के लिए बनाई गई है जो देख नही सकते।
Q. 3 भारत में कितनी लिपि है?
Ans. आधिकारिक रूप से भारत में 22 भाषा को मान्यता मिली है।
Q. 4 सबसे प्राचीन लिपि का क्या नाम है?
Ans. ब्राह्मी लिपि
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