आज के दौर में हर क्षेत्र में हर विभाग में कंप्यूटर के बिना कोई भी कार्य पूरा नहीं होता है। कंप्यूटर के आने से कागजी कार्य लगभग समाप्त हो चुका है। हर क्षेत्र में डिजिटल कंप्यूटर का प्रयोग होता है पर क्या आप जानते हैं कि डिजिटल कंप्यूटर के अलावा Computer Kitne Prakar ke hote hain?
यदि आप जानना चाहते हैं की Computer Kitne Prakar ke hote hain? तो इस लेख को आखिर तक अवश्य पढ़े, क्योंकि इस लेख में आज आप Computer ke Prakar के बारे मेंविस्तृत रूप सेजान पाएंगे।तो चलिए शुरू करते हैं –
कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं? | Computer Kitne Prakar ke hote hain
कंप्यूटर दो कैटेगरी में विभाजित किया गया है:-
- पहला साइज के आधार पर
- दूसरा डाटा हैंडलिंग के आधार पर
Size अर्थात आकार के आधार पर कंप्यूटर पांच प्रकार के होते हैं :-
- Mini Computer (mini computer)
- Personal Computer (PC)
- सुपर कंप्यूटर (supercomputer)
- मेनफ्रेम कंप्यूटर (mainframe computer)
- वर्क स्टेशन (work station)
Data handling के आधार पर कंप्यूटर तीन प्रकार के होते हैं:-
- डिजिटल कंप्यूटर (digital computer)
- एनालॉग कंप्यूटर (analog computer)
- हाइब्रिड कंप्यूटर(hybrid computer)
दोस्तों, आपने computer kitne prakar ke hote hain यह जान लिया है। आईये, अब इन Computer Ke Prakar के बारे में विस्तार पूर्वक से जानते हैं:-
Size के आधार पर Computer Ke Prakar
Mini computer
मिनी कंप्यूटर को mini frame computer के नाम से भी जाना जाता है। मिनी कंप्यूटर एक medium size का कंप्यूटर और multi processor कंप्यूटर है। इस कंप्यूटर में 4 से लेकर 200 यूजर का support होता है। यह अलग-अलग institute के department जैसे accounting, inventory, billing इत्यादि में इस्तेमाल किया जाता है।
Mini computer की विशेषताएँ
- मिनी कंप्यूटर mainframe computer से छोटा होता है और micro computer से बड़ा होता है।
- मिनी कंप्यूटर का weight बहुत कम होता है जिसकी वजह से इसे कहीं भी ले जाया जा सकता है।
- मिनी कंप्यूटर fast होता है और मेनफ्रेम कंप्यूटर से सस्ता होता है।
- मिनी कंप्यूटर को complex data को process करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
Micro computer
माइक्रो कंप्यूटर को personal computer के नाम से भी जाना जाता है। इसका short form PC है। इस कंप्यूटर को जनरल काम के लिए बनाया गया है जिसे single-user इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह के कंप्यूटर का प्रयोग आमतौर पर घरों के लिए किया जाता है।
जैसा की इसके नाम से भी स्पष्ट हो जाता है कि इसका प्रयोग पर्सनल कामों के लिए किया जाता है जैसे मूवी देखना, ऑफिस का काम, असाइनमेंट बनाना आदि। टेबलेट, कंप्यूटर, लैपटॉप इत्यादि माइक्रो कंप्यूटर के प्रकार है।
इस प्रकार के कंप्यूटर का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है क्योंकि यह size में भी छोटे होते हैं और दाम में भी सस्ते होते हैं।
Personal computer की विशेषताएँ
- इस प्रकार के कंप्यूटर को इस्तेमाल करना बहुत ही आसान होता है।
- यह साइज में छोटे होते हैं।
- इसमें single-user बहुत सारे काम कर सकता है।
- इस प्रकार के कंप्यूटर को घरों में ऑफिस में और स्कूल इत्यादि में इस्तेमाल किया जा सकता है।
Mainframe computer
मेनफ्रेम कंप्यूटर को बड़े level पर प्रयोग करने के लिए बनाया गया है। इसे एक साथ 100 से 1000 users यूज कर सकते हैं और एक ही वक्त में अलग-अलग program चला सकते हैं। इन सारे features की वजह से इन्हें टेलीकॉम सेक्टर, इंडस्ट्रीज, डिफेंस, एयर ट्रेफिक कंट्रोल, बैंक इत्यादि इस्तेमाल करते हैं। यह कंप्यूटर बहुत महंगा होता है।
Mainframe computer की विशेषताएँ
- इसकी performance बहुत अच्छी और हाई कैपेसिटी storage होती है।
- बड़े-बड़े डाटा को process करता है।
- इसकी life long होती है, यह जल्दी खराब नहीं होता।
- एक साथ 1000 users यूज़ कर सकते है।
Workstation
वर्कस्टेशन को केवल किसी बहुत बड़े काम को करने के लिए design किया गया है, जैसे कोई टेक्निकल या scientific application. यह बहुत costly होता हैं और इसका microprocessor बहुत fast होता है।
इसकी ram में बहुत space होता है और graphic adapter की speed बहुत ज्यादा होती है। वर्कस्टेशन को सिर्फ एक user के इस्तेमाल करने के लिए बनाया जाता है। यह बहुत महंगे और बड़े-बड़े काम को सफलतापूर्वक करने के लिए बनाए जाते हैं।
Supercomputer
सुपर कंप्यूटर, कंप्यूटर के प्रकार में सबसे fast और सबसे बड़ा होता है। सुपर कंप्यूटर को ज्यादा amount of data को process करने के लिए डिजाइन किया गया है। सुपर कंप्यूटर को 1 सेकंड में लाखों instructions दे सकते है और वह उन्हें follow भी करता है। यह सब इसलिए होता है क्योंकि सुपर कंप्यूटर से हजारों processor interconnect होते है।
सुपर कंप्यूटर विज्ञान की चीजों के लिए, बड़े organisation इंजीनियरिंग इत्यादि के लिए इस्तेमाल करते हैं, जैसे – weather forecast, nuclear energy research, scientific research, stock market इत्यादि।
सुपर कंप्यूटर की विशेषताएं
- नासा के द्वारा भी सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है।
- इसमें large amount of data process कर सकते हैं।
- इसमें 1 सेकंड में लाखों instructions दे सकते हैं।
- यह सबसे fast होता है।
Data handling पर Computer Ke Prakar
दोस्तों, आपने ऊपर के लेख मे अब तक साइज के आधार पर कंप्यूटर के बारे में जाना है। अब आप आगे के लेख में डाटा हैंडलिंग के आधार पर computer ke prakar जानेंगे, जो निम्न है :-
Analog computer
Analog computer सिर्फ analog data को process करने के लिए बनाये गए है। Analog data वह डाटा होता है जो हर वक़्त बदलता है और जिसकी कोई correct value नहीं होती।
इसका अर्थ हुआ कि इन कंप्यूटर को ऐसी चीजों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिसमे हमें exact value की ज़रूरत नहीं होती बल्कि उसके आसपास की value चाहिए होती है।
ये कंप्यूटर कुंतिटीस को measure करने के लिए बनाया जाता है, जैसे temperature, speed, weight, लम्बाई, वोल्टेज, प्रेशर इत्यादि।
ये कंप्यूटर लगातार बदलते हुवे बदलाव को physical quantity मे measure करता है। कंप्यूटर को numbers या codes से कोई conversation की ज़रूरत नहीं होती।
ये मेजरिंग डिवाइस से directly डाटा को accept करते है। इसके उदाहरण मे, बदलते temperature को मेजर करने के लिए थेर्मोमिटर का इस्तेमाल और विहिंग मशीन का इस्तेमाल वेट मेजर करने के लिए इत्यादि शामिल हैं।
Analog computer का इस्तेमाल केमिकल इंडस्ट्री मे और पेपर बनाने मे इसका होता है, oil refinery मे flow और temperature को मेजर किया जाता है। एनालॉग कंप्यूटर डाटा प्रोसेस करने के बाद output किसी ग्राफ के ज़रिये या फिर dial के ज़रिये reading दिखाता है।
Digital computer
Digital computer को इसलिए बनाया जाता है ताकि कैलकुलेशन और logical operation हाई स्पीड मे हो। ये कंप्यूटर raw data को इनपुट के रूप में लेता है फिर इसे process करता है और इसके output मे इसके रिजल्ट को show करता है।
ये कंप्यूटर सिर्फ binary इनपुट को समझता है जो 0 और 1 हैं। यानि हम जो भी कंप्यूटर से चाहते है कंप्यूटर उसे 0 और 1 मे बदलता है फिर उसे process करता है फिर रिजल्ट को output करता है। डेस्कटॉप, लैपटॉप, स्मार्टफोंस, कैलकुलेटरस आदि डिजिटल कंप्यूटर के उदाहरण है।
डिजिटल कंप्यूटर के चार प्रकार होते हैं:-
- Micro
- Mini
- Mainframe
- Supercomputer
डिजिटल कंप्यूटर के फायदें?
- इस कंप्यूटर मे बहुत ज्यादा storage capacity होती है। आप इसमें अपने डाटा को स्टोर भी कर सकते है और कभी भी access कर सकते है।
- इन कंप्यूटर मे speed भी बहुत होती है क्योंकि ये डाटा को digitally process करते है।
- हार्डवेयर की कीमत भी कम होती है, क्योंकि IC टेक्नोलॉजी बहुत एडवांस हो चुकी है।
- हम डिजिटल कंप्यूटर मे अलग अलग features भी add कर सकते है।
Hybrid computer
हाइब्रिड का अर्थ होता है दो अलग चीजों से बना हुआ। Hybrid computer एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर को मिलकर बनाया गया है। Hybrid computer बहुत fast होते हैं और अन्य कंप्यूटर की तरह स्टोरेज accuracy होती है। ये कंप्यूटर, digital और analog दोनों तरह के डाटा को प्रोसेस कर सकता है।
हाइब्रिड कंप्यूटर input मे analog सिगनल को accept करते है फिर इनपुट डाटा को process करने से पहले digital form मे बदल देता है। हाइब्रिड कंप्यूटर को कुछ ख़ास जगह ही इस्तेमाल किया जाता है जहाँ analog और digital दोनों कंप्यूटर को इस्तेमाल करना होता है।
वीडियो से समझें की कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं :
निष्कर्ष – Computer Kitne Prakar ke hote hai
दोस्तों, आज के लेख में आपने Computer Kitne Prakar ke hote hain के बारे में जाना है। हम आशा करते हैं की Computer ke Prakar को आप अच्छे से समझ गए होंगे। हमें उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। आप इस जानकारी को अपने दोस्तों और अन्य जानकारों के साथ भी जरूर साझा करें।
यदि इस लेख से संबंधित आप कोई प्रश्न हम से पूछना चाहते हैं या हमें कोई सुझाव देना चाहते है, तो नीचे comment box में लिखकर पूछ सकते है। हम आपके प्रश्नों का और आपके द्वारा दिए गए सुझाव के प्रति जल्द से जल्द reply करने की कोशिश करेंगे।
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Computer Kitne Prakar ke hote hai से संबन्धित FAQ’s
Q. 1 कंप्यूटर के तीन प्रकार कौन से हैं?
Ans. Hybrid कंप्यूटर, डिजिटल कंप्यूटर और एनालॉग कंप्यूटर
Q. 2 father of computer कौन है?
Ans. Charles Babage
Q. 3 कंप्यूटर के भाग?
Ans. कंप्यूटर के मुख्यत: 2 भाग होते हैं – हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर। इसके अलावा कंप्यूटर के हार्डवेयर में माउस, कुंजीपटल, इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिक सर्किट, मॉनिटर इत्यादि जैसे ऐसे parts होते हैं जो दिखाई देते हैं।